जिसका जी चाहे वो ताल से ताल मिलादे
ताला खोल दे चाबी से ओ परदेसी बलमा
ताला खोल दे चाबी से ओ परदेसी बलमा
बंसी प्यार की बजा दे तू बजा दे सजना
दुनिया बोले कुछ भी बोली, तू मार ज़माने को गोली
आजा खेले डट के होली, भीगे लहंगा भीगे चोली
मेरे जीवन की खुशबू तुझको कर देगी मतवाला
ताला खोल दे चाबी से ओ परदेसी बलमा
ताला खोल दे चाबी से ओ परदेसी बलमा
बंसी प्यार की बजा दे तू बजा दे सजना
मैं रूपनगर की गोरी हूँ मैं, जैसलमेर की छोरी हूँ
मैं रूपनगर की गोरी हूँ मैं, जैसलमेर की छोरी हूँ
मेरा तन भटके मेरा मन भटके
अरे सीधी सच्ची बात कही ना डाल मिर्च मसाला
ताला खोल दे चाबी से ओ परदेसी बलमा
ताला खोल दे चाबी से ओ परदेसी बलमा
बंसी प्यार की बजा दे तू बजा दे सजना
बंसी प्यार की बजा दे तू बजा दे सजना