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Lyrics
बनके तितली दिल उड़ा उड़ा उड़ा है कही दूर
बनके तितली दिल उड़ा उड़ा उड़ा है कही दूर
छलके खुश्बू से जुड़ा जुड़ा जुड़ा है कही दूर
हादसे ये कैसे अनसुने से जैसे
चूमे अंधेरो को कोई नूर
बनके तितली दिल उड़ा उड़ा उड़ा है कही दूर

सिर्फ़ कह जाो या आस्मा पे लिख डू
तेरी तारीफो मे चश्मे बद्दूर

बनके तितली दिल उड़ा उड़ा उड़ा है कही दूर
छलके खुश्बू से जुड़ा जुड़ा जुड़ा है कही दूर

भूरी भूरी आँखे तेरी
कांगियो से तेज तीर कितने छ्चोड़ ए
दानी दानी बाते तेरी
उड़ती फिरती पांच्छियो के रुख़ भी मोड

अधूरी थी ज़रा सी मैं पूरी हो रही हू
तेरी सादगी मे हो के चूर
बनके तितली दिल उड़ा उड़ा उड़ा है कही दूर
छलके खुश्बू से जुड़ा जुड़ा जुड़ा है कही दूर

राते घूम के नींदे बुन के
चीज़ क्या है ख्वब्दारी हमने जानी
तेरे सुर का साज़ बनके
होती क्या है राज्ड़री हमने जानी

जो दिल को भा रही है वो तेरी शायरी है
या कोई शायराना है फितूर
बनके तितली दिल उड़ा उड़ा उड़ा है कही दूर
हादसे ये कैसे अनसुने से जैसे
चूमे अंधेरो को कोई नूर
बनके तितली दिल उड़ा उड़ा उड़ा है कही दूर

सिर्फ़ कह जाो या आस्मा पे लिख डू
तेरी तारीफो मे चश्मे बद्दूर

बनके तितली दिल उड़ा उड़ा उड़ा है कही दूर
छलके खुश्बू से जुड़ा जुड़ा जुड़ा है कही दूर

WRITERS

AMITABH BHATTACHARYA, VISHAL DADLANI, CHARULATHA MANI, MADHUMITHA MANI, SHEKHAR RAVJIANI

PUBLISHERS

Lyrics © Universal Music Publishing Group

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