जबसे तुझे देखा दिल को कहीं आराम नहीं
मेरे होठों पे एक तेरे सिवा कोई नाम नहीं
अपना भी हाल तुम्हारे जैसा है साजन
बस याद तुझे करता हूँ और कोई काम नहीं
बन गया हूँ मैं तेरा दीवाना
धीरे धीरे से दिल को चुराना
धीरे धीरे से मेरी ज़िन्दगी में आना
धीरे धीरे से दिल को चुराना ह्म्म्म
तुमसे प्यार हमें है कितना जान ए जाना
तुमसे मिलकर तुमको है बताना
तूने भी अक्सर मुझको जगाया रातों में
और नींद चुरायी मीठी मीठी बातों में
तूने भी बेशक़ मुझको कितना तड़पाया
फिर भी तेरी हर एक अदा पे प्यार आया
धीरे धीरे से दिल को चुराना
तुमसे प्यार हमें है कितना जान ए जाना
तुमसे मिलकर तुमको है बताना ह्म्म्म
हो धीरे धीरे से मेरी ज़िन्दगी में आना
धीरे धीरे से दिल को चुराना
तुमसे प्यार हमें है कितना जान ए जाना
तुमसे मिलकर तुमको है बताना
WRITERS
KUMAR SANU, ANUJA BHUSHAN DUA, RANI MALIK, ANURADHA PAUDWAL